दोस्तों नमस्कार मैं दीपक गौतम एक बार फिर से आप सभी के समक्ष हाजिर हूं आज का टॉपिक है स्वप्न सिद्धि हालांकि स्वप्न सिद्धि के विषय में मैंने काफी लोगों को बताया भी है काफी साधक जानते भी हैं और मैं साधना भी इसकी कराता हूं लेकिन मैंने देखा कि मेरे चैनल पर इस विषय में मैंने कोई बात नहीं की है तो मुझे लगा कि आज इस विषय में बात कर लेते हैं और काफी दिन भी हो चुके हैं क्योंकि इस बीच थोड़ा मैं बिजी रहा मां भगवती की कृपा से मेरे
घर में मां भगवती का एक नन्ना स्वरूप मेरी बेटी के रूप में आया है तो कुछ समय से उसी की खुशी बना रहा था इसलिए खैर तो यह साधना किस प्रकार से काम करती है इस बारे में बात करते हैं देखिए स्वप्न सिद्धि आपके त्रिनेत्र का ही एक एक सिद्धि होती आपके त्रिनेत्र की सिद्धि जिसको स्वप्न सिद्धि भी कहा जाता है जो त्रिनेत्र होता है थई होती है इसमें कोई एक सिद्धि नहीं होती है कि आप इसकी साधना करके सिर्फ और सिर्फ किसी विषय किसी विषय में देख सकते हैं किसी का और स्कैन
कर सकते हैं चक्रा स्कैन कर सकते हैं या फिर उसकी लाइफ स्कैन कर सकते हैं इसमें स्वप्न सिद्धि भी आती है एक्सल ट्रेवलिंग भी आती है माइंड मैनिपुलेशन टेलीपैथी और नेसस खैर वो एक बहुत डिफरेंट बात हो जाती है लेकिन इसी के अंतर्गत
सारी सिद्धियां आती है तो उसमें से एक है स्वप्न सिद्धि तो स्वप्न सिद्धि हमें क्यों करनी चाहिए क्योंकि कई बार क्या होता है कि हम काफी बार थड आई की साधना करते हैं या फिर बहुत सी साधनाए करने के बाद हमारी थर्ड आई ओपन नहीं होती
है देखिए हमने अपने त्रिनेत्र के किसी एक एक्सपेक्ट को अगर जागृत कर लिया तो हमारे बड़ी आसानी हो जाती है नेत्र को जागृत करने में ठीक है तो स्वप्न सिद्धि भी उसी का एक रूप है जैसे सूक्ष्म जगत होता है मैं आप सभी को बता चुका हूं पहले भी मैंने ऑडियो भी इस बनाई है उसी प्रकार से ड्रीम प्लेन होता है यानी कि स्वप्न जगत होता है यह दोनों अलग है लेकिन लगते सिमिलर है क्योंकि वहां के दिखे हुए दृश्य और वहां के दिखे हुए दृश्य लगभग सिमिलर लगते हैं कि आप काफी समानता है लेकिन अलग होते हैं तो हमें क्यों करनी चाहिए क्क कई बार क्या होता है कि हमें कुछ बातों का जवाब चाहिए होता है कुछ जानना होता है कुछ समझना होता है या फिर कई बार कुछ ऐसी दुर्घटनाएं कुछ अच्छी चीजें कुछ खराब चीजें हमारी जिंदगी
में होने वाली होती है तो स्वप्न सिद्धि के माध्यम से शक्तियां उस घटना के बारे में आपको आगाह कर देती है तो इसी वजह से हम लोग स्वप्न सिद्धि करते हैं और दूसरी चीज जब हमें किसी व्यक्ति के बारे में जानना है या कुछ भी जानना मैं विशेष की बात नहीं कर रहा हूं उसमें कुछ भी हो सकता है तब भी हम स्वप्न के माध्यम से हमें उस बात का जवाब मिल जाता है कि हमें क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए अब इसमें कुछ भी हो सकता है तो यह सिद्धि 11 दिन में सिद्ध होती है ठीक है मात्र 11 दिन में क्योंकि व इस वजह से क्योंकि बहुत बड़ी सिद्धि नहीं होती एक तो चीज य दूसरी चीज कि उसमें मंत्र बहुत प्रभावशाली होता है और तीसरी चीज यह कि यह जिस देवी का मंत्र उनको वाराही माता बोलते हैं वाराही माता भगवान विष्णु के जो वाराह
अवतार हैं उनकी फीमेल शक्ति है और उसमें भी जो मैं आपको मंत्र प्रदान करने वाला हूं वह अघोर वाराही है जी अघोर वाराही तो इसलिए इकी सिद्धि 11 दिन में प्राप्त हो जाती है अब इसमें 11 दिन में प्राप्त होने के बाद आपको दशांश हवन भी करना पड़ता है और इस 11 दिन में आपको कुछ नियम भी करने पड़ते हैं नियम से मतलब कुछ खाने पीने के
नियम होते हैं बाकी कुछ खास नियम नहीं है और आपको अपने निर्धारित टाइम पर साधना करनी होती है बस इतना ठीक है और 11 दिन बाद दशांश हवन करने के बाद आपको सिद्धि प्राप्त हो जाती है उसके बाद जब अगर आपको कोई सवाल अगर रखना है माता से तो आप अपने सवाल को एक पर्ची पर लिख कर के अपने सिरहाने रखकर और कुछ मंत्र पढ़कर सो जाते हैं तब स्वप्न में माता वाराही आकर के या किसी भी रूप में किसी भी फॉर्म में आपको उस बात का जवाब देकर जाती है आपको उसके बारे में नॉलेज देकर जाती है तो इसी को बोलते हैं स्वप्न सिद्धि अब जैसे कि मैंने कहा कि स्वप्न सिद्धि के या थर्ड आई के ये थड आई का एक्सपेक्ट होता है यानी कि एक सिद्धि थई की होती है जो सुपन सिद्धि होती है अगर आप की कोई एक सिद्धि थर्ड आई की जागृत हो जाए इसमें इनट्यूशन पावर भी हो सकती है थड आई में जो आती है या फिर जैसे मैंने कहा कि सूक्ष्म जगत को देखना या फिर किसी को सेंस कर लेना या फिर टेलीपैथी या बहुत सी चीज ठीक है तो जब आप किसी एक चीज पर काम कर लेते हो तो पॉसिबिलिटी य होती है कि अब आप थड़ाई की दूसरे आयामों में भी जा सकते हो ठीक है इसलिए अगर जो व्यक्ति थड़ाई को ओपन करने के लिए ध्यान भी करता है या फिर मेडिटेशन ध्यान या जाप करता और भी चीज करता है उसको भी ऑटोमेटिक यह स्वप्न सिद्धि प्राप्त हो जाती है ठीक है लेकिन उसमें कोई गारंटी नहीं है कब तक हो कब तक नहीं हो लेकिन हा इसमें यह होता है कि 11 दिन में आपको सिद्धि प्राप्त हो ही जाती है अगर करने वाला व्यक्ति उस संकल्प के साथ करे तो इसमें मंत्र बहुत बड़ा नहीं है मान के चलिए कि कितना बड़ा बताऊ आपको नावा मंत्र के बराबर मंत्र होता है और आपको 10 दिन उसका जाप करना पड़ता है जिसमें आपको सिद्धि प्राप्त हो जाती है लेकिन एक चीज का ध्यान रखिएगा कि सिद्धि प्राप्त करने में सबसे बड़ा जो एक योगदान होता है वह होता है आपका संकल्प और आपका डेडिकेशन यानी कि आप किस एकाग्रता के साथ उसको कर रहे हैं ठीक है क्योंकि अक्सर लोग साधना को उठाते ही दूसरे दिन व बोर होने लगते हैं हालांकि मन का उच्चाटन किसी भी साधना में मन का उच्चाटन किसी भी साधना में कॉमन बात कि मन नहीं कर रहा है लेकिन अगर मन का गुलाम बनक रहना है तो फिर आप जीवन में कुछ नहीं कर सकते हैं क्योंकि मन का चटन सिर्फ साधना में नहीं आपके जीवन के हर कार्य में होता है आपके रिलेशन में भी होता है आप जिस ऑफिस में काम करते हैं वहां भी होता है तो आज तक लगभग जितने भी मेरे स् रहे हैं उनमें लगभग लगभग क्या मैं समझता हूं कि 708 परसे वैदिक लोग जो स्टार्टिंग के जो उच्चाटन जो मन का होता है वही पर अटक जाते हैं और काफी लोग उस संकल्प को पूरा करने के लिए मेहनत करते हैं ठीक है और वह निकल जाते हैं हालांकि अगर आप कंपेयर करो इस चीज को कि आपकी साधना करने की टाइमिंग और उसमें दी जाने वाला आपका टाइम क्या आपके जीवन में जो आप रोजमर्रा की जिंदगी में जी रहे हो टाइम वेस्ट कर रहे हो क्या उससे अधिक या कम तो आप देखेंगे कि उससे भी कम आपको टाइम देना पड़ता है लेकिन मन के उच्चाटन की वजह से कुछ लोग छोड़ देते हैं कोई भी साधना कोई भी साधना तो सिर्फ जिस व्यक्ति ने मन को एकाग्र करके उस साधना को करने बैठ गया तो उसकी सिद्धि होती होती है यह सिंपल सालॉजिक है ठीक है किसी भी साधना में तो जो भी साधना करना चाहता है वह मुझे बता सकता है ठीक है और इसमें आपको सिर्फ एक फोटो रखनी पड़ती है मा वाराही माता की और उसका एक पूजन करना पड़ता है सो मैं जो साधना लिंगे उनको बताऊंगा और उसके बाद 11 दिन साधना करने के बाद उस फोटो को अपने मंदिर में या फिर अपने चौकी में स्थापित कर देते हैं और अपनी साधना को यानी कि देखिए कोई भी साधना जब हम करते हैं वकंपलीटली सिद्ध हो भी जाती है ना तो उसको बरकरार रखने के लिए उनका कभी कभी बीच बीच में जाप करते रहना पड़ता है और अगर आप इस जाप को इस चीज को हालाकि ज्यादा नहीं कम अगर आप अपने जीवन में रखते हैं तो उस सिद्धि की आपको बहुत उच्चतम अवस्था प्राप्त होती है बहुत उच्चतम ठीक है तो इस सिद्धि में आप एक बात समझ लीजिए कि अगर आप इस सिद्धि को करने के बाद आपको हो जाती है और आप फिर भी इसके मंत्र का जाप या फिर मां वाराही का एक अनुष्ठान उनकी पूजा उनका आराधना करते रहते हैं तो
ये आपकी थर्ड आई भी ओपन कर देती है जी हां
इससे आपकी थर्ड आई भी ओपन हो
जाएगी भले ही सपन सिद्धि
हो ठीक है
तो मैं जनरली आपको यही बता रहा हूं कि
किसी भी साधना को प्राप्त करने के बाद
उसको बरकरार रखने के लिए भी कुछ अनुष्ठान
करते रहना पड़ता है क्योंकि अक्सर साधक यह
गलती करते हैं बहुत लोगों ने गलती की है
और हाल ही में मेरे पास काफी ऐसे लोग आए
जिनको सिद्धि प्राप्त हो गई थी प्राप्त
होने के बाद वो उसको करते नहीं है और करने
के करते नहीं है तो वो चीज जीवन से चली जाती है क्योंकि ऐसा थोड़ी कि आपने 11 दिन 10 दिन 21 दिन 41 दिन फिर कुछ समय आपने
किसी सिद्धि को दिया जब आपको प्राप्त हो
गए तो आप उस व्यक्ति को या फिर उस भगवान
को भूल ही गए उसको भोग चढ़ाना भूल गए उसका
नाम जपना ही भूल गए उसको प्रणाम करना ही
भूल गए ऐसा नहीं होता है ऐसा किसी भी
सिद्धि में कहीं नहीं हो सकता है और लगभग
लोग इसी माइंड सेट के साथ चलते हैं तो
अपना य माइंड सेट हटा दीजिए ऐसा कभी नहीं
होता है इसलिए सिद्धी को बरकरार रखने के
लिए उनका नाम जप करते रहना पड़ता है भले
आप हफ्ते में दो बार करो एक बार करो आप 15
दिन यानी कि मावस पूण पर करो लेकिन आपको
अपने उस भगवान को जो आप अपने जीवन में
जिनको लाए हो और जिनकी पूजा आप करते हो तो
आपको उनका नमन ध्यान या भोग देते रहना
पड़ता है ठीक है बाकी टाइम चीज आप पर
निर्धारित है आप कब कब करते हो क्योंकि कई
बार यह होता है कि साधक इतने सारे रिचुअल
फॉलो करता है इसकी पूजा उसकी पूजा तो एक
और भगवान ड होने से उसकी और ज्यादा बोझ आ
जाता है ऐसा भी लोग करते हैं तो खैर आप इस
तरह से कर सकते हैं बाकी साधना 11 दिन की
11 दिन बाद इसमें दशांश हवन होता है जो भी
व्यक्ति इसको लेना चाहता है उसको मैं
बताऊंगा ठीक है बहुत टिपिकल साधना नहीं है
बहुत सिंपल साधना है और इस साधना में बहुत
ज्यादा सामग्री का यूज भी नहीं होता है
बहुत मिनिमम से चीजों का यूज होता है तो
जो भी करना चाहता है वो मुझे बता सकता है
आज के लिए इतना ही नमस्कार धन्यवाद